भामस उ.प्रः 25 जिलों में श्रमिक संहिता गोष्ठी संपन्न

कानपुर। भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश में 23 मार्च-2025 को सभी बड़े केंद्रों समेत 25 जिलों में श्रमिक संहिता संगोष्ठी का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में कुल 700 लोग शामिल हुए। वक्ताओं ने मजदूरी संहिता विधेयक 2019, सामाजिक सुरक्षा संहिता विधेयक-2020, औद्योगिक संबंध संहिता-2020, उपजीविका जन्म सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता-2020 पर प्रकाश डाला। बताया गया कि लेबर कोड से संबंधित बिल को बहुत ही जल्दबाजी में संसद में पारित किया गया है। इन कानूनों को सभी संगठनों से व्यापक चर्चा करके पारित किया जाना चाहिए था, किन्तु केंद्र सरकार ने ऐसा नहीं किया। मजदूरी संहिता विधेयक 2019, सामाजिक सुरक्षा संहिता विधेयक-2020 संहिताओं में सुधार किये गए हैं, जिसके कारण इन दो संहिताओं का भामस समर्थन करता है। किन्तु दो संहिताओं, औद्योगिक संबंध संहिता-2020 उपजीविका जन्म सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं कार्यदशा संहिता-2020 का भारतीय मजदूर संघ विरोध कर रहा है क्योंकि ये दोनों संहिताएं श्रमिक व कर्मचारी विरोधी हैं। इनमें संशोधन किया जाये, जिससे श्रमिकों व मजदूरों का हित सुरक्षित रहे।

भामस यूपी: 70 जिलों में दिया गया ज्ञापन

कानपुर। भारतीय मजदूर संघ केंद्र के आवाहन पर 18 मार्च-2025 को मजदूर व कर्मचारी हितों के लिए भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 70 जिलों में ज्ञापन दिये गये। ज्ञापन देने वाले कार्यकर्ताओं में कुल 1575 लोग शामिल थे, जिसमें 1215 पुरुष कार्यकर्ता व 36 महिला कार्यकर्ता थी। इसके साथ ही दो श्रम संहिताओं में संशोधन की मांगों को लेकर भी एक ज्ञापन दिया गया।

सहारनपुर में दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक संपन्न

सहारनपुर। भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश की प्रदेश कार्यसमिति बैठक दिनांक 08 व 09 मार्च-2025 को दिशा भारती मैनेजमेंट कॉलेज में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री राकेश सिंह जी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। कार्यसमिति का उद्घाटन 08 मार्च को अपराह्न 12.00 बजे क्षेत्रीय संगठन मंत्री माननीय अनुपम जी द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए माननीय अनुपम जी ने कहा कि आज परिवर्तन का समय है। डिजिटल युग में अपने संगठन को भी परिवर्तित करना होगा। उसकी तैयारी अभी से करनी पड़ेगी। आने वाली नई चुनौतियों से विजय पाने की अपनी तैयारी होनी चाहिए। आपसी सौहार्द, कार्य में पारदर्शिता पारिवारिक संबंध के आधार पर चलता है। भारतीय मजदूर संघ का कार्य कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करना ही नहीं है, अपितु राष्ट्र को परम वैभव बनाने का भी है। इसमें श्रमिक वर्ग की विशेष भूमिका होनी चाहिए। इसलिए समय-समय पर संगठनात्मक, गुणात्मक व क्रियात्मक समीक्षा करते रहना चाहिए।
कार्यसमिति बैठक में पंच परिवर्तन, धनसंग्रह, श्रमिक संपर्क अभियान, नई यूनियनें बनाने पर चर्चा की गई। कार्यसमिति में निर्णय लिया गया कि कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर नवंबर-2025 में लखनऊ में एक बड़ा प्रदर्शन/रैली की जाएगी। कार्यसमिति में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि दिनांक 19 व 20 अप्रैल-2025 को उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व दिल्ली प्रदेश की क्षेत्र बैठक शुक्रताल जनपद मुजफ्फरनगर में संपन्न होगी। वहीं, पर उत्तर प्रदेश की प्रदेश पदाधिकारी बैठक भी संपन्न की जाएगी और आगामी कार्यसमिति बैठक 02 व 03 अगस्त-2025 को लखनऊ में संपन्न होगी।
कार्यसमिति बैठक में क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री अनुपम जी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री राकेश सिंह, प्रदेश महामंत्री श्री अनिल कुमार उपाध्याय, प्रदेश संगठन मंत्री श्री रामनिवास सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री प्रदीप राय, प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश मंत्री, संभाग संगठन मंत्री, विभाग प्रमुख, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व जिलों के जिला मंत्री मौजदू रहे।

भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. के 70वें वर्ष में कार्य का लक्ष्य

भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा गैर राजनीतिक श्रमिक संगठन है। इसकी स्थापना भोपाल में महान विचारक दत्तोपंत ठेंगड़ी जी द्वारा प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के जन्मदिवस 23 जुलाई 1955 को हुई। भारत के अन्य श्रम संगठनों की तरह यह किसी संगठन के विभाजन के कारण नहीं बना वरन एक विचारधारा के लोगों को सम्मिलित प्रयास का परिणाम है।
यह देश का पहला मजदूर संगठन है, जो किसी राजनैतिक दल की श्रमिक इकाई नहीं, बल्कि मजदूरों का, मजदूरों के लिए, मजदूरों द्वारा संचालित अपने में स्वतंत्र मजदूर संगठन है। भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश 1957 में अपने स्थापना के पश्चात द्रुत गति से उन्नति करते हुए वर्तमान में 7 महासंघ 792 यूनियनों के साथ 18 लाख सदस्य संख्या है।
भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. ने अपने स्थापना के 54 वर्ष पूरे होने परर यानि की वर्ष 2011 में 14 लाख से अधिक सदस्यता दर्ज कर प्रदेश का पहले नंबर का श्रमिक संगठन बना और यह सदस्यता वही पर रुकी नहीं, ना ही कम हुई बल्कि आज वर्तमान वर्ष 2023 में सदस्य संख्या लगभग 18 लाख है।
भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. आज 792 यूनियन, संगठित व असंगठित क्षेत्र के 7 महासंघ के साथ लगभग 18 लाख सदस्यता संख्या वाला एकमात्र संगठन है। जैसा कि विदित है कि भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. की स्थापना से लेकर 2025 में 68 वर्ष पूर्ण करने जा रहे हैं। इसकी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए संख्या, गुण, वित्त भारतीय मजदूर संघ का काम एवं संगठन विस्तार हेतु एवं तीव्र गति से बढ़ाने हेतु वर्ष 2025 तक भारतीय मजदूर संघ को लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।

  1. संख्यात्मक
  2. गुणात्मक
  3. वित्त संबंधी
    संख्यात्मक-
    भारतीय मजदूर संघ परिवार को 2025 तक संख्यात्मक रूप से वृद्धि करने के लिए निम्न बिंदुओं पर काम करना चाहिए।
    . अभी प्रदेश में कुल 75 जिले हैं और भारतीय मजदूर संघ सभी जिलों में पहुंच चुका है।
    . अभी प्रदेश में विकासखंड 822 हैं और भारतीय मजदूर संघ का सभी विकासखंडों में काम होना चाहिए। 2025 तक प्रत्येक विकास खंड के स्तर पर भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. से इकाई खड़ी होनी चाहिए।
    . प्रदेश में कुल 90 हजार से अधिक गांव हैं। प्रदेश मे कुल ग्राम पंचायत 58189 हैं, प्रत्येक ग्राम पंचायत में भारतीय मजदूर संघ की संगठनात्मक इकाई खड़ी करनी है।
    .संगठित क्षेत्र के महासंघ को अपनी सबसे छोटी इकाई पर संगठन स्वरूप बनाना चाहिए। प्रत्येक महासंघ को 2025 तक अपने लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करना चाहिए।
    . असंगठित क्षेत्र के महासंघ अपनी जिला इकाई बनाएं।
    . प्रदेश के अस्पतालों में भारतीय भारतीय मजदूर संघ का काम खड़ा करना और इकाई बनाना।
    .राज्य कर्मचारी विभागों में भारतीय मजदूर संघ का काम बढ़ाना।
    .चैरिटेबल ट्रस्टों में भारतीय मजदूर संघ का काम खड़ा करना जैसे कि मंदिर, मठ आदि।
    . शिक्षा संस्थानों में भारतीय मजदूर संघ का काम खड़ा करना।
    . ऑटोनोमस बोडीज के संस्थानों में भारतीय मजदूर संघ का काम खड़ा करना।
    . प्रदेश के प्रत्येक विकास प्राधिकरण में काम खड़ा करना।
    .स्टेट पब्लिक सेक्टर में काम खड़ा करना।
    गुणात्मक-
    वर्ष 2025 तक गुणात्मक रूप में वृद्धि हेतु निम्न रूप से लक्ष्य निर्धारित करना है।
    . सभी स्तरों पर पुरुष, महिला एवं युवा अभ्यास वर्ग निर्धारित करना एवं प्रत्येक स्तर पर सुनिश्चित करना कि अभ्यास वर्ग कब, कहां और किसके द्वारा होगा, वार्षिक कैलेंडर में इंडिग करना।
    . प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना क्षेत्र अनुसार सुनिश्चित करना।
    . हर क्षेत्र में उस क्षेत्र की भाषा के अनुसार साहित्य प्रकाशन का काम होना चाहिए।
    . सेवा कार्य जैसे की गरीबी, कुपोषण, बीमारी, बाढ़, जल आपूर्ति व अन्य गंभीर समस्या खोज कर अपने जिले में कोई एक सेवा कार्य अवश्य चलाएं इस कार्य हेतु भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. के पदमुक्त कार्यकर्ताओं को सेवा से जोड़ा जाना चाहिए।
    . भारतीय मजदूर संघ उ.प्र. के वरिष्ठ कार्यकर्ता बंधु/भगिनी का बीएमएस की रोजगार नीति, वेतन निर्धारण नीति इत्यादि जैसे गंभीर विषय पर अभ्यास वर्ग करना।
    वित्त संबंधी-
    वित्त कोष वृद्धि के लिए 2025 तक का लक्ष्य प्राप्ति के लिए-
    . भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध प्रत्येक यूनियन व जिला बैंक अकाउंट खुलवाएं।
    .सदस्यता शुल्क चेक ऑफ सिस्टम से लेना।
    .सदस्यता सूची निर्धारित करना।
    .प्रत्येक जिले को वित्तीय आधार पर सक्षम बनाना। लक्ष्य निर्धारित करते हुए धन संग्रह अभियान चलाया जाए, विश्वकर्मा जयंती के उपलक्ष्य में धन समर्पण अभियान चलाये।
    . जिला धन संग्रह का केवल 10 प्रतिशत केंद्र और 10 प्रतिशत प्रदेश में जमा करें एवं अन्य शेष 80 प्रतिशत जिले में संगठन की गतिविधि में सदुपयोग करें।
    तीनों आयाम (1. संख्यात्मक 2. गुणात्मक 3. वित्त) में वृद्धि हेतु जिला स्तर पर विस्तारक/पूर्ण कालिक निकालने का कार्य शीघ्र कर 70 वर्ष के तय लक्ष्य प्राप्ति की ओर बढ़ना चाहिए।

अमेठी में दो दिवसीय प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक संपन्न

श्रम आराधना पत्रिका 70वर्ष विशेषांक के लिए तय हुआ कि आयामों के प्रमुख,जिनमें पर्यावरण विषय पर श्री नवीन धारीवाल, स्वदेशी पर श्री देववर्मा, समरसता पर श्री सुरेंद्र पाल प्रजापति, कुटुंब प्रबोधन पर बिपिन विहारी पाठक व नागरिक कर्तव्य पर श्री सुरेश यादव पत्रिका के लिए लेख लिखेंगे। बैठक का संचालन प्रदेश महामंत्री श्री अनिल कुमार उपाध्याय ने व समापन प्रदेश श्री विशेश्वर राय ने किया।

एनएचएम कर्मियों का प्रदर्शन

दिनांक 29 अगस्त 2023 को नेशनल हेल्थ मिशन(एनएचएम) के कर्मचारियों ने अपनी समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक के आवास का घेराव किया। इसके बाद मांगों का ज्ञापन उप मुख्यमंत्री को सौंपा। करीब 12000 से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रदर्शन में भाग लिया।
आशा का आंदोलन-
10 फरवरी 2023 को लखनऊ में आशा कार्यकत्रियों का बड़ा प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन में लगभग 12 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल हुईं।
108, 102 एंबुलेंस कर्मियो का प्रदर्शन-
दिनांक 7 मार्च 2023 को लखनऊ में 108, 102 एंबुलेंस के कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। धरना-प्रदर्शन में करीब 8 से 10 हजार एंबुलेंस कर्मियों ने भाग लिया।
नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्यालय पर धरना-
दिनांक 9/02/2024 को नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्यालय पर नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण अस्थाई कर्मचारी संघ नोएडा के द्वारा 10 सूत्री मांगों को लेकर चार दिन का विशाल धरना दिया गया। प्रदर्शन में करीब 4 से 5 हजार कर्मचारियों की उपस्थिति रही।

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